clr bada hota hai size mein aur ye r0 se start hota haiye genrally colorfull hota hai iske pass pr likha hota hai dc jack ke pass hota hai 6 gen tak ke motherboard mein clr pe voltage inject kr skte hai lid switch 3 legs ka hota hai laptop ki screen mein magnet hota hai jisse ye swich off hota hai laptop open hone ki conditiom mein ye switch dono legs mein connectivity hoti 3 volt dono sides aane chahiye ye i/o ko signal deta hai ki laptop open hai board mein bq name se jo ic hoti hai wo charging ic hoti hai is ic mein mainy 3 voltage check krni hoti hai first vcc second ac detect and last ac ok ac detect mein volt 2.2 se lekar 3 volt tak aana chahiye checking steps visual inspection rtc section vin
OIL PUMP TYPE IN HINDI
- Get link
- X
- Other Apps
OIL PUMP

आयल पंप का काम आयल को आयल चैम्बर से खींचना और उसको प्रेशर के साथ आयल गैलरीज में भेजना होता है यदि ये पंप ख़राब हो जाये तो इंजन में लुब्रिकेशन नहीं हो पायेगा पंप केद्वारा लुब्रिकेशन को फाॅर्स फीड लुब्रिकेशन सिस्टम भी कहते है ये मुख्य रूप से चार प्रकार के होते है
1) वेन टाइप (VANE TYPE OIL PUMP)
2) प्लंजर टाइप (PLUNGER TYPE OIL PUMP)
3) गियर व्हील टाइप (GEAR WHEEL TYPE OIL PUMP)
4) रोटर टाइप (ROTOR TYPE OIL PUMP)
ENGINE OIL FILTER IN HINDI
PROPERTIES OF LUBRICANT IN HINDI
ENGINE LUBRICATION METHODS IN HINDI
ENGINE OIL DEFECTS IN HINDI
GEAR OIL RATING IN HINDI
TYPES OF LUBRICANTS IN HINDI
OIL DIPSTICK IN HINDI
वेन टाइप (VANE TYPE OIL PUMP)

इसकी बॉडी बेलनाकार होती है जिसमे इनलेट और आउटलेट के मार्ग होते है इसके अंदर में एक ड्रम होता है जो एक्सेंट्रिक घूमता रहता है इस ड्रम पे स्प्रिंग के प्रेशर से दो वेन लगे होते है जिसकी सतह ड्रम की सतह से लगी रहती है जब इंजन घूमने लगता है तब ये ड्रम भी घूमता है और इनलेट के मार्ग से आयल को खींचकर बॉडी से दबाव बनाता है और ऑउटलॉट के मार्ग से आयल को प्रेशर आयल गैलरीज में में भेजता है
प्लंजर टाइप (PLUNGER TYPE OIL PUMP)
इसमें पंप में प्लंजर लगा होता है जो पंप की बॉडी के साथ ऊपर और निचे चलता है इसके ऊपर चलने से इनलेट से आयल इसमें आता है और निचे आने से आयल का प्रेशर बढ़ जाता है जो आउटलेट से बाहर निकल जाता है
गियर व्हील टाइप (GEAR WHEEL TYPE OIL PUMP)

इस पंप को इंजन के सबसे निचे लगाया जाता है आयल सम्प लगा होता है कैम शाफ़्ट पे स्पाइरल गियर बना होता है जिससे ये पंप जुड़ा होता है जिससे ये चलता है इसके अंदर दो गियर्स होते है जो आपस में जुड़े (MESH ) होते है दोनों गियर्स एक केसिंग में फिट किये जाते है गियर की शाफ़्ट पंप से बाहर निकली होती है जिससे ये कैम के स्पाइरल गियर से चल सके पंप के केसिंग के अंदर दो पोर्ट बने होते है एक इनलेट दूसरा आउटलेट
इंजन जब चलता है तब कैम शाफ़्ट से जुड़ा पंप का शाफ़्ट भी घूमता है इस शाफ़्ट से एक गियर जुड़ा होता है वो भी घूमता है और इस गियर केसाथ एक दूसरा गियर जुड़ा होता है वो भी घूमता है इंजन के घूमने से पंप में ये गियर्स भी घूमते है जिससे इनलेट पोर्ट से आयल को सम्प मे से खींचा जाता है और इन गियर्स द्वारा केसिंग की सहायता से इस आयल का प्रेशर बढ़ाया जाता है और आउटलेट से बाहर निकलकर आयल गैलरी में भेजा जाता है
रोटर टाइप (ROTOR TYPE OIL PUMP)
ये भी गियर व्हील पंप के समान ही होता है केवल इसमें इसमें दो रोटर्स का प्रयोग किया जाता है एक इनर रोटर
और दूसरा आउटर रोटर इनर रोटर आउटर रोटर के अंदर फिट किया जाता है इनर रोटर में चार लोब बने होते है और आउटर रोटर में पांच लोब इन दोनों रोटर की अक्ष (AXIS) अलग अलग होती है जब इंजन घूमता है तब ये रोटर व्हील के सामान घूमते है और आयल को प्रेशर के साथ आयल गैलरी में भेज देते है
- Get link
- X
- Other Apps
Popular posts from this blog
ENGINE COOLING SYSTEM IN HINDI
ENGINE COOLING SYSTEM इंजन चलने पर गर्मी (HEAT) पैदा करते है अगर इस हीट को बहार न निकला जाये तो इंजन केPISTON (SEEZ) यानि फंस जाता है क्योंकि ताप बढ़ने से (METEL) धातु के आयतन मे प्रसार होता है इससे बचने के लिए इंजिन को ठंडा रखना पड़ता है ENGINE मे दो तरह की COOLING SYSTEM होते है:- 1)WATER COOLING 2)AIR COOLING 1)WATER COOLING:- WATER COOLING के भी दो प्रकार होते है :- 1 ) बलकृत जल शीतलन प्रणाली (FORCED COOLING SYSTEM) 2 ) थर्मो साइफन प्रणाली(THERMO SYPHON COOLING SYSTEM ) इनमे से बलकृत जल शीतलन प्रणाली का प्रयोग ही ज्यादातर किया जाता है बलकृत जल शीतलन प्रणाली(FORCED COOLING SYSTEM) इसमें COOLING के लिए पानी USE किया जाता है जिसके साथ कूलेंट (COOLANT) का प्रयोग ...
ENGINE PARTS NAME IN HINDI
WHAT IS HP BHP AND IHP AND FHP
HP(horsepower) Horsepower पावर को नापने की एक इकाई है वर्तमान में हार्सपावर को यदि समझाया जाए तो इसका मतलब है कि 1 metric horsepower वह हॉर्स पावर है जो किसी 75 किलोग्राम वजन को पृथवी के गुरुत्वाकर्षण बल के विरुद्ध 1 second में 1 मीटर ऊपर उठाने में इस्तेमाल होती है 1hp=735.5watts IHP(INDICATED HORSEPOWER):- इंजन में उत्पन्न समस्त सकती को INDICATED HORSEPOWER कहते है इसे IHP द्वारा प्रदर्शित करते है BHP(BRAKE HORSEPOWER): -ENGINE की वह शाक्ति जो FLYWHEEL पर प्राप्त होती है उसे BHP कहते है FHP(FRICTION HORSEPOWER):- इंजन में लगे पार्ट्स को चलाने में घर्षण द्वारा जो शक्ति की हानि होती है इसे FHP कहते हैं
Comments
Post a Comment