clr bada hota hai size mein aur ye r0 se start hota haiye genrally colorfull hota hai  iske pass pr likha hota hai dc jack ke pass hota hai 6 gen tak ke motherboard mein clr pe voltage inject kr skte hai  lid switch 3 legs ka hota hai laptop ki screen mein magnet hota hai jisse ye swich off hota hai laptop open hone ki conditiom mein ye switch dono legs mein connectivity hoti 3 volt dono sides aane chahiye ye i/o ko signal deta hai ki laptop open hai   board mein bq name se jo ic hoti hai wo charging ic hoti hai is ic mein mainy 3 voltage check krni hoti hai first vcc second ac detect and last ac ok ac detect mein volt 2.2 se lekar 3 volt tak aana chahiye checking steps visual inspection rtc section vin

INJECTOR IN HINDI

INJECTOR


डीज़ल इंजन में फ्यूल को छोटे-छोटे कणो के रूप में अर्हत फुहार के रूप में कमबस्चन चैम्बर  में छिड़काव करने का काम इंजेक्टर की सहायता से किया जाता है डीज़ल को छोटे-छोटे कणो के रूप में स्प्रे करने को ऑटोमाइज़ेशन AUTOMIZATION भी कहते है इंजेक्टर की सहायता से फ्यूल को लगभग 1500 से 2000 प्रति वर्ग इंच (PSI ) के दबाव पर इंजेक्ट किया जाता है कमबस्चन चैम्बर में जब पिस्टन  जब कम्प्रेशन स्ट्रोक में होता है तब उसमे मौजूद हवा का टेम्प्रेचर लगभग 500 से 700 डिग्री के बिच रहता है हवा का तापमान इतना अधिक होने से जब उसमे इंजेक्टर की सहायता से डीज़ल को स्प्रे किया जाता है तब डीज़ल उसकी गर्मी से जलने लगता है और जब गैस जलती है तब ये फैलने लगती है जिससे पिस्टन पर दबाव पड़ता है और पिस्टन  B.D.C अर्थात निचे की और गति करता है

आजकल व्हीकल्स में सोलेनॉइड इंजेक्टर का प्रयोग किया जाता है जो इलेक्ट्रिकल होता है जो व्हीकल में लगे कंप्यूटर यानि ECU (ELECTRONIC CONTROL MODULE) से कण्ट्रोल किया जाता है की इसे कब खुलना और कब बंद होना है

ENGINE WORKING IN HINDI

INJECTOR TESTING IN HINDI

FUEL INJECTION PUMP IN HINDI

TYPES OF INJECTORS NOZZLE IN HINDI

TYPES OF COMBUSTION CHAMBER IN HINDI

इंजेक्टर के भाग ( PARTS OF INJECTORS )


1)INJECTOR BODY
2)SAFTY CAP
3)NOZZLE(AUTOMIZER)
4)OVERFLOW RETURN PIPE
5)PRESSURE ADJUSTING SCREW
6)SPINDLE
7)FUEL INLET
8)LOCK NUT

क्रियाविधि (WORKING)


जब इंजेक्टर काम नहीं कर रहा होता है तब नोजल अपनी सीट में  स्प्रिंग से दबा रहता है जब फ्यूल पंप द्वार फ्यूल को प्रेशर के साथ इंजेक्टर को भेजा जाता है तब ये फ्यूल इंजेक्टर के इनलेट मार्ग से इंजेक्टर की बॉडी के अंदर बने फ्यूल पैसेज में आ जाता है इस फ्यूल का प्रेशर अधिक होता है जिसके कारण नोजल में लगा स्प्रिंग ऊपर उठ जाता है और पैसेज में जमा फ्यूल नोजल में बने छोटे छिद्रो से प्रेशर के साथ बाहर आता है जिसके कारण फ्यूल स्प्रे के रूप में बाहर आ जाता है इसके बाद नोजल अपने सीट में वापस बैठ जाता है


इसके बारे में किसी और जानकारी के लिए आप यहाँ कमेंट कर पुछ सकते है 

Comments

  1. क्या इंजेक्टर सिर्फ डीजल इंजन में प्रयोग किया जाता है

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  2. Kya fuel injector ko thik bi Kiya ja Sakta hai ja new dalwana padega Skoda rapid diesl

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  3. Sar injector ke bare mein Puri jankari de dijiye mujhe

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